"रोका किसने है तुम्हे,
उड़कर तो देखो।
दो पंख हैं तुम्हारे पास,
और खुला आसमां है आगे"...
सम्पूर्ण संसार में अच्छाइयां फैलाने का और बुराइयां नष्ट करने का एकमात्र उपाय है, सद्शिक्षा। जब-जब भी विकास हुआ है तो वह शिक्षा से ही हुआ है और आज जब पूरा विश्व महिला सशक्तिकरण की अपरिहार्य आवश्यकता को महसूस कर रहा है तो ऐसे में विद्यालय ही एकमात्र ऐसा माध्यम है, जहाँ छात्राओं के नैतिक, शारीरिक, शैक्षिक, तार्किक एवं मानसिक विकास के गुणों को अंकुरित, पुष्पित और पल्लवित किया जाता है। संस्था अपनी स्थापना काल से अब तक छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए अनवरत प्रेरित कर रही हैं
शिक्षा के श्रेष्ठ एवं अत्याधुनिक मापदण्डों को अपनाते हुए ज्ञान के आलोक में वर्तमान में विद्यालय के अध्यक्ष महोदय, प्रबन्धक महोदय, प्रबन्ध समिति शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं शिक्षकों के कुशल निर्देशन व कॉलेज स्टाफ के परिश्रमी व सामूहिक प्रयासों की सही दिशा में हमने
कॉलेज की गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाया है। गत वर्षों की भांति हाईस्कूल एवं इण्टरबोर्ड परीक्षाओं में ससम्मान प्रथम उत्तीर्ण छात्राओं का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। कॉलेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, स्काउट गाइड, विज्ञान प्रदर्शिनी, जनपदीय रैली, इत्यादि में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जनपद एवं प्रदेश में
कॉलेज का नाम गौरवान्वित किया है। जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं, साथ ही छात्र-छात्राओं के माता-पिता को उनके सहयोग के लिए विशेष आभार व्यक्त करती हूँ, और ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि विद्यालय अपने उद्देश्यों में सदैव सफल रहे।
मंगल आशीष
‘‘बेटियों को पंख देकर तो देखो।
बुलन्दियों के आसमान कम पड़ जायेंगे।"
प्रधानाचार्या
डॉ. मीनाक्षी तिवारी ,
गुरूनानक विद्यक सभा कन्या इण्टर काॅलेज
लखीमपुर खीरी
9452643911